उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी सोमवार तड़के सुबह ईडी ने दबिश दी. टीम ने सुबह 6 बजे गोरखपुर के धर्मशाला स्थित उनके आवास पर छापा मारा, ये कार्रवाई करीब 7 घंटों तक चली. ईडी दोपहर 12.30 बजे टीम कुछ हम दस्तावेज लेकर उनके आवास से रवाना हो गई है. रेड की कार्रवाई पर विनय तिवारी के भाई का बयान भी सामने आया है.
मीडिया से बात करते हुए संत कबीर नगर के पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी ने बताया कि हम लोगों को परेशान करने के लिए ईडी की रेड डाला गया है. कोई भी दस्तावेज ईडी की टीम को नहीं मिला है, राजनीतिक रूप से बदनाम करने की साजिश की जा रही है.
कुशल तिवारी ने आगे बताया कि ताला चाबी खोलने वाले को भी बुलाया गया था. अलमारी का लॉक भी खुलवाया गया, लेकिन ईडी को वहां से कागज का एक टुकड़ा भी नहीं मिला है. मेरे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है कि अच्छा नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि मैं 9 दिन व्रत था. सुबह ही ईडी की टीम आ गई मुझे आज पारण करना था मैं अभी तक चाय तक नहीं पी पाया हूं.
किस मामले में हुई ED की छापेमारी?
ED ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के ऑफिस समेत गोरखपुर में भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी के घर पर छापेमारी की है. ये पूरी छापेमारी करोड़ों के बैंक लोन घोटाले के मामले की गई है. पूरा मामला साल 2012 से 2016 के बीच का है.
दरअसल बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंकों ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के खिलाफ शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है. . इस आरोप के बाद से गंगोत्री ग्रुप पर सीबीआई और ईडी की जांच का सिलसिला जारी है. सीबीआई के बाद अब ED ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अपनी जांच तेज कर दी है.